कृषि विभाग आत्मा परियोजना के तहत छमयार में किसान गोष्ठी का आयोजन
कृषि विभाग की आत्मा परियोजना के तहत विकासखंड धनोटू की ग्राम पंचायत जैदेवी में प्राकृतिक खेती पर एक दिवसीय किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। स्थानीय ग्राम पंचायत छमयार के लगभग 90 किसान इस जागरूकता शिविर में शामिल हुए। गोष्ठी में खंड तकनीकी प्रबंधक डॉक्टर नागेंद्र कुमार ने उपस्थित सभी किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीकों के बारे में जानकारी दी। किसानों को जीवामृत, बीजामृत और घन जीवामृत बनाने की विधि और उसके उपयोग के बारे में अवगत करवाया गया। उन्होंने बताया कि यह शून्य बजट कृषि विधि है क्योंकि इसमें किसानों को फसल उत्पादन के लिए उर्वरकों एवं कीटनाशकों पर खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती। शून्य बजट प्राकृतिक कृषि का उद्देश्य रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग न करना और जैविक कीटनाशकों को बढ़ावा देना है। किसानों को फसल संरक्षण के लिए गोबर, पौधों एवं मानव के अवशिष्ट ,केंचुआ एवं जैविक उर्वरकों के उपयोग की सलाह दी गई। उन्हें बताया गया कि इस प्रणाली से न केवल मिट्टी के अपरदन की रक्षा होती है बल्कि मिट्टी की उर्वरता में भी वृद्धि होती है। साथ ही फसल लागत में कमी आती है और उनकी आय में भी वृद्धि होती है। इस अवसर पर उपस्थित सभी किसानों को विभाग द्वारा मटर व पालक के बीज भी बांटे गए। इस गोष्ठी में खंड तकनीकी अधिकारी डाॅ० नरेन्द्र कुमार, सहायक तकनीकी अधिकारी डाॅ० सौरभ वालिया, प्रीति नायक व स्थानीय लोग उपस्थित रहे।