नवरात्रे के पहले दिन काली स्थान मंदिर में पहुँचे 5000 से ज्यादा श्रद्धालु
शरद नवरात्र के पहले दिन प्रमुख शक्ति पीठों में श्रद्धा का अपार सैलाब उमड़ा। ऐतिहासिक शहर नाहन के प्रमुख शक्तिपीठ काली स्थान मंदिर में सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं का ताँता लगना शुरू हो गया था। दोपहर बाद 5000 से अधिक श्रद्धालुओं के द्वारा माथा टेका गया। ऐतिहासिक कालीन मंदिर काली स्थान में राज परिवार की ओर से कंवर अजय बहादुर सिंह के द्वारा जौं- पूजन की परंपरा का निर्वहन किया गया। जौं पूजन के दौरान मंदिर मां के जयकारों से गूंज रहा था।मन्दिर में पहले दिन माँ शैलपुत्री की आराधना की गई। वहीं काली स्थान मंदिर प्रबंधन समिति के द्वारा इस बार चौदस तक नियमित रूप से बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अल्प आहार के साथ भोजन की भी व्यवस्था की गई है। यही नहीं प्रत्येक श्रद्धालु के लिए मंदिर के ही प्रांगण में बैठने के साथ साथ जलपान आदि का भी प्रबंध रखा गया है। नियमित रूप से भंडारे का प्रावधान समिति के द्वारा पहली बार किया गया है।
मंदिर प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष योगेश गुप्ता उर्फ सुक्खू भाई ने बताया कि फिलहाल प्रायोगिक तौर पर दूर से आने वाले भक्तों के लिए मां की ओर से भोजन की व्यवस्था की गई हैं । उन्होंने बताया कि मंदिर का मुख्य भंडारा चौदस के दिन आयोजित किया जाएगा।मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष किशोरी नाथ ने बताया कि मन्दिर में प्रतिदिन सुबह आरती का प्रावधान रखा गया है।
इसके अलावा 9 दिन तक मां भगवती का दुर्गा सप्तशती पाठ विद्वान आचार्यों के द्वारा बिठाया गया है।इस प्रबन्ध में मुख्य रूप से सचिव देवेन्द्र अग्रवाल कैशियर शरद बंसल सहित तमाम समिति के सदस्य मुख्य रूप से शामिल रहे।