कहानीकार मुरारी शर्मा को मिला सिरमौर गौरव-सृजन-2025 सम्मान
हिमाचल में सबसे अधिक उपन्यास लिखने वाले वरिष्ठ साहित्यकार डा. गंगा राम राजी और चर्चित कहानीकार एवं उपन्यासकार मुरारी शर्मा को शंखनाद सामाजिक संगठन की ओर से शंखनाद विशिष्ट सम्मान सिरमौर गौरव- सृजन- 2025 से सम्मानित किया गया। शंखनाद सामाजिक संगठन के निदेशक डा. श्रीकांत अकेला ने बताया कि मंडी जिला से संबंध रखने वाले दोनों ही साहित्यकार साहित्य के क्षेत्र में राज्य ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान बना चुके हैं। डा. गंगा राम राजी प्रदेश में सबसे अधिक उपन्यास लिख चुके हैं। उसी प्रकार कहानीकार साहित्यकार मुरारी शर्मा की कहानिया और उपन्यास पाठकों में बहुत लोकप्रिय हैं। उनकी कहानी बाणमूठ राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हुई है। उनकी कहानियों का अंग्रेजी, मराठी, मलयालम, पंजाबी आदि में अनुवाद हुआ है और कई विश्वविद्यालयों में शोध कार्य किया जा रहा है। मुरारी शर्मा का उपन्यास देबकू एक प्रेम कथा हाल ही में पाठकों की पसंद बना है। उन्होंने बताया कि प्रदेशस्तर पर लेखन ,रंगमंच ,साहित्य ,संगीत ,मीडिया और समासेवा के लिए विगत दस -पंद्रह वर्षों से उल्लेखनीय कार्य कर रहे शंखनाद सामाजिक संगठन ने एक भव्य सम्मान समारोह में लेखन ,कला ,रंगमंच ,साहित्य ,पत्रकारिता और चित्रकला के क्षेत्र में प्रदेशस्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाली भिभूतियों को सम्मानित किया गया। इस विशिष्ट सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पदमश्री श्विद्यानं सरैक मौजूद रहे। जबकि समारोह के अध्यक्षता प्रसिद्ध लेखक अतिथि डॉ. अजय पाठक ने विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध इतिहासकार लेखक ,साहित्यकार डा. हिमेंद्र बाली, समाजसेवी एवं सामाजिक चिंतक राकेश थापा, प्रसिद्ध गीतकार दया भारद्वाज, रंजोध सिंह प्रसिद्ध साहित्यकार शामिल हुए। जबकि इस अवसर पर आयोजित राज्यस्तरीय कवि सम्मेलन की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार ,लेखिका शबनम शर्मा ने की ।