जोगिंद्रनगर में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, कुशाल भारद्वाज ने सरकार को घेरा, विशेषज्ञ डॉक्टर नदारद, मशीनें धूल खा रहीं, किसान सभा चलाएगी अभियान
हिमाचल किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष व जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने जोगिंद्रनगर क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर प्रदेश सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर में बीते 13 वर्षों से सड़क, परिवहन और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं बदहाल पड़ी हैं, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति तो पूरी तरह राम भरोसे हो चुकी है। कुशाल भारद्वाज ने आरोप लगाया कि जोगिंद्रनगर में कांग्रेस और भाजपा की "मैच फिक्सिंग" चल रही है, जिससे आम जनता पिस रही है। उन्होंने कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी तो कांग्रेस से जुड़े ठेकेदार भाजपा नेताओं के कहार बन गए थे, और अब कांग्रेस की सरकार में भाजपा के ठेकेदार कांग्रेस नेताओं के साथ हो लिए हैं। उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर में जनता के लिए विकास कार्य ठप हैं, लेकिन चंद नेताओं और ठेकेदारों के विकास की गाड़ी कभी नहीं रुकती। कुशाल ने बताया कि सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर में एम.डी., सर्जन, हड्डी रोग, नेत्र रोग, चर्म रोग, ईएनटी और शिशु रोग विशेषज्ञों के पद लंबे समय से खाली पड़े हैं। अस्पताल में पिछले 18 वर्षों से अल्ट्रासाउंड मशीन धूल खा रही है, लेकिन सोनोग्राफर की नियुक्ति नहीं हो सकी। लडभड़ोल में बिना सुविधाओं के सिविल अस्पताल का बोर्ड टांग दिया गया है, जबकि यह अस्पताल सीएचसी स्तर से भी नीचे है। चौंतड़ा का सीएचसी एकमात्र डॉक्टर के भरोसे चल रहा है, जबकि यह अस्पताल हाईवे के किनारे स्थित है और 15 पंचायतों के साथ-साथ सड़क हादसों के घायलों की सेवा भी करता है। पधर अस्पताल और अन्य पीएचसी में भी विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं। कुशाल भारद्वाज ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस और विपक्षी भाजपा दोनों ने जनता की समस्याओं से आंखें मूंद ली हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि जोगिंद्रनगर में सभी रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए और सोनोग्राफर की नियुक्ति कर अल्ट्रासाउंड मशीन को चालू किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो किसान सभा विशेष जनजागरण अभियान चलाएगी और जरूरत पड़ने पर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेगी।