पाकिस्तानी नागरिकों को बाहर निकालने के लिए भाजपा का सेरी मंच पर आक्रोश प्रदर्शन
भाजपा ने सोमवार को पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल भारत छोड़ने व कार्रवाई करने को लेकर मंडी के सेरी मंच पर आक्रोश प्रदर्शन किया। तत्पश्चात जिलाधीश के माध्यम से राज्यपाल व प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान से पोषित एवं समर्थित आतंकवादियों ने अत्यंत घृणित, कायराना व हृदय विदारक हरकत कर 27 निर्दोष भारतीय नागरिकों की धर्म के आधार पर निर्मम हत्या कर दी है। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ पाकिस्तान सरकार और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के इशारे पर किया गया है। इस दुखद घटना के बाद केंद्र सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं। पूरी दुनिया के देश पाकिस्तान की इस हरकत के खिलाफ भारत के साथ खड़े हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को अंजाम देने वालों एवं इसके पीछे खड़ी ताकतों को कड़ी फटकार लगाते हुए संकल्प लिया कि ऐसी ताकतों को आज तक का सबसे करारा जवाब दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने देश के इस संकल्प के लिए सेना को खुली छूट दे दी है।
इसी संकल्प के पहले कदम के रूप में पाकिस्तान के साथ किए गए सिंधु जल समझौते को निरस्त कर दिया गया है और पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को अत्यंत सीमित कर दिया है। साथ ही भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को एक तय समय-सीमा के अंदर देश छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। देश के गृहमंत्री अमित शाह ने इस बारे में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी आग्रह किया है कि पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा जाए, लेकिन हिमाचल प्रदेश में अभी तक कांग्रेस सरकार ने कोई कदम नहीं उठाए हैं। इसी कड़ी में भाजपा ने आज आक्रोश प्रदर्शन कर ज्ञापन भेजा। भाजपा प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान न करके उन्हें वापस नहीं भेजती है, तो भाजपा पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी।
बल्ह विधायक इंद्र सिंह गांधी ने कहा कि देश और प्रदेश के अंदर वैध एवं अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों तत्काल वापस भेजा जाना चाहिए, ताकि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।
पूर्व मंत्री अनिल शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, मेयर वीरेंद्र भट, प्रियंता, राकेश, संजय, सोमेश, राहुल व अन्य पदाधिकारी रहे।