जोगिंद्रनगर अस्पतालों की बदहाली पर उबाल, रोटरी क्लब और विधायक ने सरकार को दी चेतावनी, विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति न हुई तो होगा धरना-प्रदर्शन
उपमंडल जोगिंद्रनगर के सरकारी अस्पतालों की गिरती स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अब सामाजिक संस्थाएं और जनप्रतिनिधि लामबंद होने लगे हैं। रोटरी क्लब जोगिंद्रनगर ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए स्पष्ट किया है कि यदि लडभड़ोल, चौंतड़ा और जोगिंद्रनगर के अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तत्काल नियुक्ति नहीं हुई, तो मरीजों संग सड़कों पर उतरकर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। रोटरी क्लब के अध्यक्ष अमर सिंह जसवाल और सचिव सुशील पठानिया ने कहा कि तीनों प्रमुख अस्पतालों में चिकित्सकों की भारी कमी के चलते आम मरीज इलाज से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिनियुक्ति के आधार पर भी डॉक्टरों की तैनाती नहीं की जा रही है, जिससे हालात दिन-प्रतिदिन बदतर हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी और रोटरी के स्वास्थ्य विभाग सचिव रामलाल वालिया ने बताया कि जोगिंद्रनगर अस्पताल में एक साथ 13 चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। आंख, चर्म रोग, हड्डी रोग व ईएनटी विभाग की ओपीडी पूरी तरह बंद पड़ी है। लडभड़ोल और चौंतड़ा अस्पतालों की स्थिति भी कमोबेश यही है, जिससे मरीजों को टांडा और नेरचौक अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। रोटेरियन अजय ठाकुर, ज्ञान चंद बरवाल, अधिवक्ता रणजीत चौहान, डॉ. चंद्रभूषण शर्मा, विनोद राठौर, राकेश ठाकुर और एनआर बरवाल ने भी मांग उठाई कि प्रदेश सरकार तीनों अस्पतालों की दशा पर तुरंत ध्यान दे।
धरने की घोषणा के साथ मैदानी में उतरे विधायक प्रकाश राणा
क्षेत्र के भाजपा विधायक प्रकाश राणा ने भी जोगिंद्रनगर अस्पतालों की बदहाली पर आक्रोश जताते हुए मरीजों के साथ धरना-प्रदर्शन की घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र में उन्होंने यह मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया था, लेकिन सरकार की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक द्वेष के कारण उपमंडल को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखा जा रहा है।
माकपा ने भी दी चेतावनी
इधर माकपा नेता कुशाल भारद्वाज ने भी अस्पतालों की दयनीय हालत पर रोष जताते हुए चेतावनी दी है कि यदि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार नहीं हुआ तो पार्टी आक्रोश रैली निकालेगी।