बैंकॉक में मंडी के मेयर वीरेंद्र भट्ट शर्मा ने सब को हिमाचली रंग में रंगाएशिया-प्रशांत महापौर अकादमी सम्मेलन
बैंकॉक में आयोजित मेयर एकेडमिक में भारत से एक मात्र महापौर वीरेन्द्र भट्ट शर्मा ने हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश को देव भूमि भी कहा जाता है मंडी शहर का नाम माण्डव्य ऋषि के नाम पर रखा गया है मंडी शहर को सांस्कृतिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। मंडी शहर को छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है। सम्मेलन में बहुत सी चर्चाएं की गई जिसमें सामुदायिक जुड़ाव व सामुदायिक संघों के साथ साझेदारी बनाना स्वामित्व और सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देना, व्यवहार परिवर्तन संचार जागरूकता को बढ़ावा देना और सूचना, शिक्षा और दरवाजे जैसे संचार साधनों के माध्यम से जिम्मेदारी घर-घर का दौरा, अभियान और जनसंचार करना। तकनीकी समाधान अपशिष्ट से ऊर्जा मॉडल और संसाधन की खोज अपशिष्ट प्रबंधन को अनुकूलित करने के लिए पुनर्प्राप्ति और पुनरू उपयोग (आरआरआर) सुविधाएं, वकालतरू नीति निर्माताओं और नागरिक समाज सहित हितधारकों को शामिल करना- क्षमता निर्माण कार्यशालाओं और सेमिनारों के माध्यम से, नीति कार्यान्वयनरू अपशिष्ट पृथक्करण पर मौजूदा कानूनों को लागू करना, बढ़ाना, दंड और पुरस्कारों के माध्यम से सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रोत्साहित करना। चुनौती तेजी से शहरीकरण और बढ़ते अपशिष्ट उत्पादन के कारण गंभीर प्रदूषण हुआ है और स्वास्थ्य ख़तरे। नदियों और अन्य हॉटस्पॉटों में अनुपचारित कचरे को खुले में डंप करने से निम्नीकरण होता है पर्यावरण स्रोत पर अपशिष्ट पृथक्करण की कमी समस्या को बढ़ा देती है। कम आय वाले निवासियों सहित कमजोर आबादी को सबसे बड़े जोखिम का सामना करना पड़ता है इस सम्मेलन के समापन में महापौर वीरेन्द्र भट्ट द्वारा वहां उपस्थित सभी मेयर व आयोजकों को हिमाचली टोपियो और मफलरो से सम्मानित किया। इस सम्मेलन में नगर निगम के आयुक्त एचएस राणा, नगर निगम के कार्यक्रम प्रबन्धक विशाल चन्देल, विशाल शर्मा उपस्थित रहे।