लड़कियों की शादी की उम्र 21 करने का माकपा ने किया विरोध
माकपा राज्य सम्मेलन में हिमाचल सरकार द्धारा लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 करने करने के निर्णय का विरोध किया है और मांग की है कि शादी की उम्र 18 ही रहनी चाहिए। पार्टी राज्य कमेटी सदस्य एवं पूर्व ज़िला पार्षद भूपेंद्र सिंह ने बताया कि पार्टी के शिमला में सम्पन्न हुए तीन दिविसिय राज्य सम्मेलन में इस पर विस्तृत चर्चा के बाद निर्णय लिया है।उन्होंने बताया कि बायोलॉजिकली औऱ शारीरिक रूप में तथा क़ानूनी तौर पर भी 18 वर्ष की उम्र जब व्यस्क होने की है तो वो ही शादी के लिए सही उम्र है।इसलिए राज्य सरकार को इसे 18 वर्ष ही रहने देना चाहिए।पार्टी का ये भी मानना है कि वर्तमान में शिक्षा और जागरूकता बड़े पैमाने पर बढ़ी है और अब तो सोशल मीडिया का समय है जिसके चलते 9-10 की आयु में ही वैवाहिक संबंधों की जानकारी युवाओं को हो जाती है।यहीं नहीं अब तो बड़े पैमाने पर लिव इन रिलेशनशिप में भी युवा पीढ़ी रहने लगी है।इसलिए शादी की उम्र बढ़ाने से सामाजिक तौर पर लैंगिक सबन्धों में गैर कानूनी और अवैध सबन्धों के मामले बढ़ेंगे। इसलिए सरकार को लैंगिक समानता के दृष्टिगत लड़के और लड़कियों की शादी की उम्र 18 वर्ष ही रहने देनी चाहिए।